हरियाणा का नवाचारी नशा विरोधी कार्यक्रम: चक्रव्यूह
| पहलू | विवरण | |---------------------------|-------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------| | पहल का नाम | चक्रव्यूह: द एस्केप रूम | | शुरू की गई | हरियाणा राज्य नशीले पदार्थ नियंत्रण ब्यूरो (HSNCB) | | उद्देश्य | टीनेजर्स को नशीले पदार्थों की लत से दूर रखने के लिए इमर्सिव और इंटरैक्टिव शिक्षण वातावरण प्रदान करना। | | पहला लॉन्च स्थान | डीएवी पब्लिक स्कूल, अंबाला | | प्रौद्योगिकी का उपयोग| ऑगमेंटेड रियलिटी (AR) और वर्चुअल रियलिटी (VR) | | मुख्य विशेषताएं | वास्तविक जीवन की चुनौतियों का अनुकरण करता है, निर्णय लेने के कौशल पर ध्यान केंद्रित करता है, टीम वर्क को बढ़ाता है, और नशीले पदार्थों के दुरुपयोग के परिणामों के बारे में शिक्षित करता है। | | भविष्य की योजनाएं | हरियाणा के अन्य सरकारी और निजी स्कूलों में इसका विस्तार; ऑनलाइन गेमिंग के लिए अनुभव को डिजिटाइज करना। | | वैश्विक ड्रग उपयोग आंकड़े | दुनिया भर में 190 मिलियन से अधिक ड्रग उपयोगकर्ता, जिसमें 30 वर्ष से कम उम्र के युवाओं में बढ़ती दर देखी जा रही है। | | सरकारी पहलें | नार्को-कोऑर्डिनेशन सेंटर (NCORD), राज्यों को नशीले पदार्थ नियंत्रण के लिए वित्तीय सहायता, ज़ब्ती सूचना प्रबंधन प्रणाली (SIMS), राष्ट्रीय नशीले पदार्थ नियंत्रण कोष, राष्ट्रीय नशीले पदार्थ दुरुपयोग सर्वेक्षण, | | प्रोजेक्ट्स | प्रोजेक्ट सनराइज, नशा मुक्त भारत (ड्रग-फ्री इंडिया अभियान) | | कानूनी ढांचा | नार्कोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस एक्ट, 1985 (1988, 2001, 2014 में संशोधित) |

