GAIL की पहली ग्रीन हाइड्रोजन परियोजना
| विषय | विवरण | |--------------------------------|-------------------------------------------------------------------------------------------------| | कंपनी | गेल (इंडिया) लिमिटेड | | उद्योग | प्राकृतिक गैस संचरण और वितरण | | मील का पत्थर | भारत के पहले ग्रीन हाइड्रोजन प्लांट का कमीशनिंग | | स्थान | विजयपुर, मध्य प्रदेश | | उद्घाटन | पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय के सचिव पंकज जैन द्वारा किया गया | | प्लांट क्षमता | 4.3 टन प्रतिदिन (टीपीडी) हाइड्रोजन | | प्रयुक्त प्रौद्योगिकी | 10 मेगावाट (एमडब्ल्यू) पीईएम (प्रोटॉन एक्सचेंज मेम्ब्रेन) इलेक्ट्रोलाइज़र यूनिट | | ऊर्जा स्रोत | नवीकरणीय ऊर्जा द्वारा संचालित जल का विद्युत अपघटन | | प्रारंभिक अनुप्रयोग | हाइड्रोजन को विजयपुर प्लांट में प्राकृतिक गैस के साथ ईंधन के रूप में उपयोग किया जाएगा | | नवीकरणीय ऊर्जा एकीकरण| 20 मेगावाट सौर ऊर्जा संयंत्रों की स्थापना (ग्राउंड-माउंटेड और फ्लोटिंग सौर यूनिट) | | ओपन एक्सेस | ओपन एक्सेस के माध्यम से नवीकरणीय ऊर्जा का उपयोग | | सहयोगी अध्ययन | इंजीनियर्स इंडिया लिमिटेड और आईआईटी कानपुर के साथ प्राकृतिक गैस में हाइड्रोजन मिश्रण का अन्वेषण | | गेल मुख्यालय | नई दिल्ली | | गेल की स्थापना | 1984 |

