भारतीय सेना ने हवाई रक्षा को मजबूत किया
| विषय | विवरण | |----------------------------------------|-----------------------------------------------------------------------------| | मुख्य विकास | भारतीय सेना को रूसी इग्ला-एस वीएसएचओआरएडी प्रणालियां प्राप्त होंगी। | | खरीद विवरण | खरीद में 48 लॉन्चर, 100 मिसाइलें, और रात्रि दृष्टि उपकरण व परीक्षण सुविधा जैसी अतिरिक्त सामग्री शामिल है। | | प्रौद्योगिकी हस्तांतरण | अदाणी डिफेंस सिस्टम्स एंड टेक्नोलॉजीज लिमिटेड (एडीएसटीएल) और रूस की रोसोबोरोनेक्सपोर्ट के बीच समझौता। | | उद्देश्य | विमान, हेलीकॉप्टर और ड्रोन जैसे कम ऊंचाई वाले हवाई खतरों का मुकाबला करना। | | स्थानीय असेंबली | इग्ला-एस प्रणालियों का आंशिक असेंबली भारत में करना, जो मेक इन इंडिया पहल के अनुरूप है। | | भुगतान विवाद का समाधान | भारत और रूस के बीच लंबे समय से चल रहे भुगतान विवाद का समाधान हो गया, जिससे यह सौदा संभव हुआ। | | प्राप्ति की अनुमानित तिथि | मई 2024 के अंत में प्राप्ति की उम्मीद। | | अतिरिक्त रक्षा खरीद | भारतीय सेना को इजरायली हेर्मेस-900 मध्यम ऊंचाई वाले लंबी अवधि के यूएवी भी प्राप्त होंगे। | | रणनीतिक महत्व | भारत की वायु रक्षा क्षमताओं को मजबूत करना और रूस के साथ द्विपक्षीय रक्षा सहयोग को बढ़ावा देना। |

